29 अप्रैल को शनि करेगा कुंभ राशि में प्रवेश, 5 जून को चाल बदलेगा और 12 जुलाई को फिर से आ जाएगा मकर में
Saturn will enter Aquarius on 29th April will change its course on 5th June and will return to Capricorn on 12th July
अगले सप्ताह शुक्रवार, 29 अप्रैल को शनि राशि बदल रहा है। ये ग्रह मकर से कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद 5 जून को ये ग्रह वक्री हो जाएगा यानी उल्टा चलने लगेगा। वक्री रहते हुए शनि 12 जुलाई को फिर से मकर राशि में आ जाएगा। शनि 23 अक्टूबर को फिर से मकर राशि में मार्गी होगा और 17 जनवरी 2023 में कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। शनि के राशि परिवर्तन की तारीखों में पंचांग भेद भी हैं।
उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार शनि के कुंभ राशि में आते ही मिथुन और तुला राशि से शनि का ढय्या उतर जाएगा। धनु राशि से साढ़ेसाती उतरेगी। मकर राशि में साढ़ेसाती का अंतिम ढय्या रहेगा और कुंभ राशि पर मध्य में साढ़ेसाती आ जाएगी। शनि का ढय्या कर्क और वृश्चिक राशि पर आ जाएगा। मीन राशि पर शनि की साढ़ेसाती शुरू होगी।
सूर्य पुत्र हैं शनि देव, यमराज हैं इनके भाई
- सूर्य और प्रजापति दक्ष की पुत्री संज्ञा का विवाह हुआ था। संज्ञा सूर्यदेव का तेज सहन नहीं कर पा रही थीं, तब संज्ञा ने अपनी छाया को सूर्यदेव की सेवा में रखा था। इसी छाया के पुत्र के रूप में शनिदेव का जन्म ज्येष्ठ मास की अमावस्या पर हुआ था।
- छाया पुत्र होने की वजह से जन्म से ही शनि श्याम वर्ण थे। शनि बलवान, बड़ी-बड़ी आंखों वाले और क्रोधी स्वभाव के थे।
- ज्योतिष के नौ ग्रहों में शनि की एक बहुत शक्तिशाली ग्रह है। शनि का रंग नीला है।
- शनि लगभग 27 महीने एक राशि में रहता है। इसलिए इसे धीरे चलने वाला यानी श्नैश्चर कहा जाता है। मंद गति होने के कारण इसे मंद भी कहते हैं।
- शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है। हम जो कर्म करते हैं, उनके फल शनि देव ही प्रदान करते हैं।
- शनि के अशुभ असर से बचने के लिए व्यक्ति को गरीबों को अन्न, वस्त्र, जूते-चप्पल, छाते का दान करना चाहिए।
- हनुमान जी का पूजन और माता-पिता की सेवा करने वाले पर भी शनि का अशुभ असर नहीं होता है।
देश-दुनिया पर कैसा होगा शनि का असर
- शनि के कुंभ राशि में आने के बाद दुनिया में फैली अशांति कम हो सकती है। पूजा-पाठ और अच्छे काम करने वाले लोगों को लाभ मिलेगा। जो लोग गलत काम कर रहे हैं, उन्हें शनि के अशुभ असर का सामना करना पड़ सकता है।
- जनता को मंहगाई से कुछ राहत मिलने के संकेत हैं। युद्ध के हालातों में सुधार होगा। कोरोना महामारी की वजह से लोगों अधिक परेशानी नहीं होगी, ये योग बन रहे हैं।
