पीएम मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी की आत्मकथा की प्रस्तावना लिखी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की आत्मकथा 'आई एम जॉर्जिया – माई रूट्स, माई प्रिंसिपल्स' की प्रस्तावना लिखी है। इस आत्मकथा का भारतीय संस्करण जल्द ही बाजार में आने वाला है, जिसे रूपा पब्लिकेशंस प्रकाशित कर रही है।
पीएम मोदी ने अपनी प्रस्तावना में लिखा है कि इस पुस्तक को पढ़ते हुए उन्हें अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' की याद आई। उन्होंने इस अनुभव को “बहुत सम्मान की बात” बताते हुए मेलोनी के प्रति 'सम्मान, प्रशंसा और मित्रता' के साथ प्रस्तावना लिखने की बात कही।
उन्होंने आगे लिखा, “इतालवी प्रधानमंत्री मेलोनी का जीवन और नेतृत्व हमें शाश्वत सत्यों की याद दिलाता है। भारत में उन्हें एक उत्कृष्ट समकालीन राजनेता और देशभक्त की ताज़ा कहानी के रूप में सराहा जाएगा।” मोदी ने यह भी उल्लेख किया कि “दुनिया के साथ समान स्तर पर जुड़ते हुए अपनी सांस्कृतिक विरासत की रक्षा करने में उनका विश्वास हमारे अपने मूल्यों को दर्शाता है।”
देश के बाहर भी बढ़ रहा है प्रभाव:
पीएम मोदी ने अपनी प्रस्तावना में मेलोनी की जीवन यात्रा को प्रेरणादायक और ऐतिहासिक बताया, जिसने भारतीयों के दिलों में गहराई तक जगह बना ली है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह पुस्तक भारतीय पाठकों को जरूर प्रेरित करेगी।
इससे पहले, जून 2025 में इस पुस्तक का अमेरिकी संस्करण लॉन्च हुआ था, जिसकी प्रस्तावना डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने लिखी थी। ट्रंप जूनियर ने मेलोनी की मजदूर वर्ग की पृष्ठभूमि और उनकी देशभक्ति की प्रशंसा की थी।
महिला सशक्तिकरण का सन्देश:
मेलोनी ने अपनी आत्मकथा में महिलाओं के संघर्ष और चुनौतियों का विस्तार से उल्लेख किया है। उन्होंने लिखा, “मैं जॉर्जिया हूँ, मैं एक महिला हूँ, मैं इतालवी हूँ, मैं ईसाई हूँ। आप इसे मुझसे नहीं छीन सकते।” यह उनका मशहूर नारा भी रहा है।
उन्होंने अपने जीवन के उन पलों को भी याद किया, जब उनके अविवाहित होने और माँ बनने के बाद भी राजनीतिक हमलों और बदनामी की कोशिशों का सामना करना पड़ा। मेलोनी ने लिखा, “मैंने कभी नहीं माना कि एक महिला को सिर्फ़ महिलाओं का प्रतिनिधित्व करने के लिए राजनीति में आना चाहिए। राजनीति सबके लिए है – सबके भले के लिए।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बच्चे जीवन में कोई सीमा नहीं हैं, बल्कि वे सीमाओं को पार करने में मदद करते हैं।
नये कदम, नई उम्मीदें:
इस आत्मकथा का मूल संस्करण 2021 में लिखा गया था, जब मेलोनी इटली में विपक्ष की नेता थीं। एक साल बाद ही वह इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं, जो उनकी राजनीतिक यात्रा की एक बड़ी उपलब्धि है।
पीएम मोदी ने भी अपने करियर में दुनिया के कई नेताओं से मुलाकात और उनके संघर्षों को याद किया है। उन्होंने प्रस्तावना में लिखा, “हर नेता की जीवन यात्रा अलग है, लेकिन सभी की यात्रा का उद्देश्य कहीं बड़ा है।”