बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मुख्य चुनाव आयुक्त की बैक-टू-बैक बैठकों से चुनावी तारीखों का एलान हो सकता है जल्द

बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मुख्य चुनाव आयुक्त की बैक-टू-बैक बैठकों से चुनावी तारीखों का एलान हो सकता है जल्द
भारत निर्वाचन आयोग की शीर्ष टीम कर रही है बैठक

पटना, 4 अक्टूबर 2025 - बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों में तेजी आई है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के नेतृत्व में भारत निर्वाचन आयोग की शीर्ष टीम पटना में लगातार बैठकें कर रही है। यह दौरा चुनावी शंखनाद से पहले की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है।

आयोग की टीम पहुंची पटना

शुक्रवार रात 10 बजे मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधु और डॉ. विवेक जोशी राजधानी पटना पहुंचे। इनके साथ निर्वाचन आयोग की पूरी शीर्ष टीम मौजूद है जो अगले दो दिनों में विभिन्न स्तरों पर व्यापक बैठकें करेगी।

राजनीतिक दलों से मुलाकात

शनिवार की सुबह आयोग की टीम सबसे पहले मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से होटल ताज, पटना में मुलाकात कर रही है। इस बैठक में निम्नलिखित प्रमुख दलों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं:

  • भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)

  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस

  • जनता दल (यूनाइटेड) - जदयू

  • राष्ट्रीय जनता दल (राजद)

  • लोकजनशक्ति पार्टी-रामविलास (लोजपा-आर)

  • राष्ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी (रालोजपा)

  • भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) - माले

  • भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) - सीपीएम

  • आम आदमी पार्टी (आप)

  • बहुजन समाज पार्टी (बसपा)

हर पार्टी से अधिकतम तीन सदस्य इस बैठक में भाग ले रहे हैं। आयोग का मुख्य उद्देश्य राजनीतिक दलों से सलाह, सुझाव और शिकायतें सुनना है, ताकि चुनावी प्रक्रिया को और भी पारदर्शी व निष्पक्ष बनाया जा सके।

प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ समीक्षा

राजनीतिक दलों की बैठक के बाद, आयोग प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ व्यापक बैठक करेगा। इसमें निम्नलिखित अधिकारी भाग लेंगे:

  • प्रमंडलीय आयुक्त

  • जिलाधिकारी

  • पुलिस अधीक्षक

इन अधिकारियों को चुनावी तैयारियों का संपूर्ण खाका प्रस्तुत करना होगा। निम्नलिखित मुद्दों पर विशेष समीक्षा की जाएगी:

  • बूथवार सुरक्षा व्यवस्था

  • संवेदनशील इलाकों पर निगरानी

  • मतदाता सूची की अद्यतन स्थिति

  • मतदान कर्मियों की तैनाती की योजना

  • मतदाता जागरूकता अभियान की तैयारी

सुरक्षा एजेंसियों के साथ रणनीति

रविवार को आयोग का फोकस प्रवर्तन और सुरक्षा एजेंसियों पर होगा। इस बैठक में निम्नलिखित अधिकारी शामिल होंगे:

  • नोडल अधिकारी

  • बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी

  • राज्य पुलिस नोडल अधिकारी

  • केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के प्रतिनिधि

इन सभी के साथ चुनावी रणनीति पर विस्तृत चर्चा होगी।

अंतिम समन्वय बैठक

तीसरे और अंतिम सत्र में बिहार के मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यापक बैठक होगी। इसमें अंतिम समन्वय का रोडमैप तैयार किया जाएगा।

मीडिया संवाद और चुनावी तारीखों की घोषणा की संभावना

दो दिनों के इस व्यापक दौरे के अंत में आयोग मीडिया से संवाद करेगा और अब तक की तैयारियों का लेखा-जोखा साझा करेगा। इसके बाद टीम दिल्ली वापस लौट जाएगी।

महत्वपूर्ण: अनुमान लगाया जा रहा है कि 48 घंटे के भीतर बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो सकती हैं।

चुनाव की समयसीमा

बिहार विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। संविधान के अनुसार, इससे पहले नई विधानसभा का गठन होना आवश्यक है, इसलिए चुनाव इसी वर्ष होना तय है।

चुनावी तैयारियों के मुख्य बिंदु

आयोग द्वारा निम्नलिखित क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है:

1. पारदर्शिता सुनिश्चित करना

  • चुनावी प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता

  • सभी हितधारकों से सुझाव लेना

2. सुरक्षा व्यवस्था

  • संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान

  • बूथवार सुरक्षा योजना

  • केंद्रीय बलों की तैनाती

3. मतदाता जागरूकता

  • व्यापक जागरूकता अभियान

  • युवाओं में मतदान के लिए उत्साह बढ़ाना

4. तकनीकी तैयारी

  • इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की जांच

  • VVPAT की उपलब्धता सुनिश्चित करना

राजनीतिक माहौल

बिहार में वर्तमान में NDA की सरकार है, जिसमें JDU, BJP और अन्य सहयोगी दल शामिल हैं। विपक्ष में RJD, Congress और वामपंथी दल हैं। चुनाव से पहले सभी दल अपनी रणनीति तैयार कर रहे हैं।