महाराष्ट्र स्थापना दिवस
महाराष्ट्र के 62वें स्थापना दिवस के मौके पर 1 मई को राज्य में राजनीतिक हलचल अपने पूरे शबाब पर रहने वाली है. महाराष्ट्र दिवस के मौके पर पार्टियों ने राज्य भर में कई कार्यक्रम निर्धारित किए हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रविवार दोपहर मराठी दैनिक लोकसत्ता द्वारा आयोजित एक वर्चुअल सम्मेलन में शामिल होंगे, जबकि महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के प्रमुख राज ठाकरे औरंगाबाद में अपनी बहुप्रतीक्षित रैली को संबोधित करेंगे.
महाराष्ट्र विधानसभा में लीडर ऑफ अपोजिशन और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता देवेंद्र फडणवीस मुंबई के सोमैया मैदान में एक ‘बूस्टर डोज’ रैली करने वाले हैं, जिसे आगामी नगर निकायों चुनावों के लिए प्रचार अभियान के शुभारंभ के रूप में देखा जा रहा है. वंचित बहुजन अघाड़ी प्रमुख और डॉ बीआर आम्बेडकर के पोते, प्रकाश आम्बेडकर ने ‘राज्य में माहौल को सांप्रदायिक बनाने के प्रयासों का विरोध’ करने के लिए राज्य भर में शांति मार्च की घोषणा की है. इसमें मराठी साहित्य, रंगमंच और सामाजिक हलकों की कई हस्तियों के शामिल होने की उम्मीद है.
औरंगाबाद में मनसे प्रमुख राज ठाकरे का भाषण, उनके पहले दिए गए दो भाषणों के बाद आता है, जिनमें उन्होंने इस महीने की शुरुआत में अज़ान के लिए लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर कड़ी आपत्ति जताई थी. उन्होंने 3 मई से पहले मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने का अल्टीमेटम दिया है. इसके बाद राज्य सरकार हरकत में आई है. राज ठाकरे की घोषणा ने उद्धव सरकार के लिए तनाव की स्थिति पैदा कर दी है. अब देखने वाली बात होगी कि वह आज की अपनी रैली में क्या फैसला करते हैं.
इससे पहले उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राज्य में धार्मिक स्थलों पर लगे करीब 11 हजार अवैध लाउडस्पीकर उतारे गए हैं. इसके अलावा 35 हजार से अधिक लाउडस्पीकरों की आवाज (वॉल्यूम) कम कराई गई है. मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए योगी सरकार की तारीफ की. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, ‘धार्मिक स्थलों, खासकर मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने के लिए मैं योगी सरकार को तहे दिल से बधाई देता हूं और उनका आभारी हूं. दुर्भाग्य से महाराष्ट्र में योगी नहीं भोगी है.’