अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से पशुओं को खतरा
अफ्रीकन स्वाइन फ्लू के बाद उत्पन स्थिति पर नजर रखी जा रही है .स्थिति नहीं सुधरी ,तो कांके स्थित सरकारी सुअरों को मारना ही विकल्प है .इसके बाद तिन माह तक सूअर नही रखा जायेगा .उक्त बातें पशु स्वास्थ एवं उत्पादन संस्थापक के निदेशक डॉ महथा ने रविवार को कहीं .अफ्रीकन स्वाइन फ्लू से सूअरों की मौत की सुचना के बाद पशुपालन निदेशक शशि प्रकाश झा के नेतृत्व में पशुपालन विभाग की उच्चस्तरीय टीम कांके स्थित फार्म की स्थिति का जायजा लेने पहुची थी.
टीम में डॉ महथा समेत क्षेत्रीय निदेशक डॉ विजय कुमार वर्मा ,सूअर फार्म के विकास पदाधिकारी डॉ अजय कुमार यादव ,सयुक्त निदेशक डॉ एनकेझा ,जिला पशुपालन पदाधिकारी अनिल कुमार ,निदेशालय के डॉ सरोज ठाकुर और डॉ बसंत कुमार भी थे .कहा गया कि स्थिति सामान्य होने पर कुछ सूअरों से फिर से फ़ार्म की शुरुआत करायी जाएगी .इनका नियमित परीक्षण होगा .
पशुपालन निदेशक श्री झा ने कहा कि जिन सूअरों की मौत हो रही है ,उसका उचित निष्पादन करने का निर्देश दिया गया है .पुरे राज्य को अलर्ट कर दिया गया है .