67th बिहार लोक सेवा आयोग परीक्षा रद्द
बिहार लोक सेवा आयोग परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों पेपर लीक होने को लेकर जमकर हंगामा किया। गौरतलब है कि 8 मई, रविवार को बिहार में बिहार लोक सेवा आयोग की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई थी। इसको लेकर आरोप लगा कि परीक्षा से पहले ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।पेपर लीक की शिकायत के बाद बिहार लोक सेवा आयोग ने तीन सदस्यी जांच कमेटी गठित कर 24 घंटे में अपनी रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा था। बता दें कि कमेटी ने 24 घंटे के बजाय महज तीन घंटे के अंदर ही आयोग के अध्यक्ष आर.के महाजन को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। रिपोर्ट के आधार पर आयोग ने पीटी परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया है।
दरअसल परीक्षा के दौरान बिहार के कई जिलों के परीक्षा केंद्रों पर पेपर लीक होने को लेकर अभ्यर्थियों ने हंगामा किया। अभ्यर्थियों का आरोप है कि पेपर शुरू होने से पहले ही प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वहीं परीक्षा खत्म होने पर अभ्यर्थियों ने वायरल हो रहे प्रश्न पत्र से मिलान किया। जिससे दिये गये प्रश्न परीक्षा में आए सवालों से मैच हो गए।वहीं इससे जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें हंगामा देखा जा रहा है। वीडियो आरा जिले का बताया जा रहा है। जिसमें कुंवर सिंह कॉलेज में अभ्यर्थियों ने पेपर लीक होने को लेकर खूब हंगामा किया। जिसके बाद आरा के कुंवर सिंह कॉलेज में डीएम-एसपी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे।
रविवार को आयोजित BPSC 67वीं PT के पेपर को रद्द कर दिया गया है। आयोग ने यह फैसला पेपर आउट होने के बाद लिया है। बताया जा रहा है कि एग्जाम शुरू होने के पहले ही सी सैट का पेपर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। इसके बाद आयोग ने 3 सदस्यीय कमेटी गठित की थी, जिसको 24 घंटे में रिपोर्ट सौंपनी थी, लेकिन कमेटी ने 3 घंटे के अंदर ही अपनी रिपोर्ट दे दी। इसके बाद आयोग के अध्यक्ष आरके महाजन ने परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया है। अब दोबारा परीक्षा की नई तिथि घोषित की जाएगी।पेपर लीक होने का मामला मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा था। कुछ अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री कार्यालय के मेल आईडी पर वायरल क्वेश्चन पेपर की कॉपी अटैच कर भेज दी थी। इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय के स्तर से भी संज्ञान लिया गया है और माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री के कड़े रुख के कारण ही BPSC ने तत्काल परीक्षा रद्द करने का फैसला किया है।
नए सेंटर पर संदेह
आयोग के सचिव ने बताया, 'इस बार रिकॉर्ड छह लाख दो हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इनके लिए एक हजार 83 सेंटर बनाए गए थे। अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने की वजह से कई ऐसे जगहों पर भी सेंटर बनाए गए थे, जहां परीक्षा कराने का अनुभव नहीं था। हम जांच कर रहे हैं कि किस सेंटर से यह प्रश्न पत्र लीक हुआ है।'
साइबर सेल करेगी जांच
पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की साइबर सेल जांच करेगी। दरअसल, इस मामले में BPSC के अध्यक्ष ने DGP को लेटर लिख जांच कर दोषियों को गिरफ्तार करने को कहा है। पुलिस सूत्रों की मानें तो DGP ने साइबर सेल से पूरे मामले की जांच कराने का आदेश दिया है।