3 चीनी महिलाओं समेत 5 की मौत; बलोच संगठन ने कहा- चीनियों को नहीं छोड़ेंगे

5 killed including 3 Chinese women; Baloch organization said - will not leave the Chinese

3 चीनी महिलाओं समेत 5 की मौत; बलोच संगठन ने कहा- चीनियों को नहीं छोड़ेंगे

पाकिस्तान के कराची शहर की यूनिवर्सिटी में मंगलवार दोपहर फिदायीन हमला हुआ। 5 लोगों की मौत हो गई है। हमला कन्फ्यूशियस इंस्टीट्यूट के पास एक कार के करीब हुआ। पुलिस के मुताबिक, मारे गए 5 लोगों में से तीन चीन की महिला प्रोफेसर हैं। चौथा उनका पाकिस्तानी ड्राइवर और पांचवा गार्ड है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने चीनी दूतावास जाकर घटना पर शोक जताया।

कराची पुलिस चीफ गुलाम नबी मेमन ने ‘द न्यूज’ वेबसाइट से बातचीत में कहा- यह एक फिदायीन हमला था और बुर्का पहने एक महिला ने इसे अंजाम दिया। मारे गए लोगों में तीन चीनी महिला प्रोफेसर, उनका ड्राइवर और गार्ड शामिल है।
एक और वायरल वीडियो
कराची हमले के बाद बलोच लिबरेशन आर्मी की तरफ से एक वीडियो जारी किया गया। इसमें चीन और पाकिस्तान को सीधी धमकी दी गई है। वीडियो में एक नकाबपोश शख्स कहता है- हम पाकिस्तानी फौज और चीन की सरकार से कहते हैं कि वो बलोचिस्तान से चले जाएं। वो हमारे गांवों को तबाह कर चुके हैं। हमने चीनियों पर हमले के लिए एक नई यूनिट बनाई है। ये उन चीनियों को निशाना बनाएगी जो चाइना-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर यानी CPEC के लिए काम कर रहे हैं।

हमले की वजह CPEC
बलोचिस्तान के नागरिक शुरू से CPEC का विरोध कर रहे हैं। यहां के समंदर में चीनी ट्राले मछलियां पकड़ते हैं और उन्हें एक्सपोर्ट करते हैं। इससे फिशिंग के जरिए रोजी-रोटी कमा रहे लोगों के सामने भूखा मरने की नौबत आ गई है। हर साल सैकड़ों बलूच पाकिस्तानी फौज किडनैप करती है और उन्हें टॉर्चर करने मार डालती है। हाल के दिनों में बलूच विद्रोहियों ने 60 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया है।

घटना के बाद फायरिंग

नबी ने एक और अहम खुलासा किया। इससे लगता है कि घटना के बाद फायरिंग भी हुई। नबी ने कहा- धमाके के बाद घटनास्थल पर रेंजर्स की टीम पहुंचीं। इसके चार लोग घायल हुए हैं और उन्हें गोलियां लगी हैं। इसका मतलब यह हुआ महिला के साथ कुछ और लोग थे जो कैंपस में ही मौजूद थे। हम इन लोगों की तलाश कर रहे हैं।

जानकारी के मुताबिक, बलोच लिबरेशन फ्रंट ने हमले की जिम्मेदारी ली है। इसी संगठन ने पिछले महीने गिलगित में सैन्य ठिकाने पर हमला किया था। इसमें 22 सैनिक और 4 आम नागरिक मारे गए थे।

कार में मौजूद थे लोग
जियो न्यूज के मुताबिक, यूनिवर्सिटी कैंपस के बिल्कुल सामने वाले हिस्से में एक कार पार्क की गई थी। इसके पास कई छात्र मौजूद थे जबकि एडमिशन प्रोसेस के चलते कुछ स्टूडेंट्स के पेरेंट्स भी वहां थे। इसके सामने ही एक ऑडिटोरियम है, इसे कन्फ्यूशियस हॉल कहा जाता है। कुछ सूत्रों के मुताबिक, जिस कार में बम था उसमें भी कुछ लोग बैठे थे।

सिंध के मुख्यमंत्री घटनास्थल पर जाएंगे
कराची सिंध प्रांत का हिस्सा है। यहां पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सरकार है। सूत्रों के मुताबिक, सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह घटनास्थल का दौरा कर सकते हैं।

बम डिस्पोजल स्क्वॉड मौके पर मौजूद
पुलिस ने घटनास्थल को घेर लिया है और जांच शुरू कर दी है। कुछ सूत्रों का दावा है कि कार गैस सिलेंडर से चलाई जा रही थी और धमाका इसी में हुआ। हालांकि, बाद में पुलिस चीफ ने साफ कर दिया कि यह गैस सिलेंडर से हुआ धमाका नहीं है, बल्कि फिदायीन हमला है और इसे एक महिला बुर्कानशीं ने अंजाम दिया। बम डिस्पोजल स्क्वॉड को मौके पर बुलाया गया है।