इस्तीफे के बाद पहली बार नजर आए जगदीप धनखड़, नए उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन की शपथ में पहुंचे

इस्तीफे के बाद पहली बार नजर आए जगदीप धनखड़, नए उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन की शपथ में पहुंचे

देश के नए उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इस शपथ समारोह में खास बात यह रही कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी सार्वजनिक तौर पर पहली बार उपस्थित हुए। गौरतलब है कि 22 जुलाई को धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद यह पद खाली हुआ था और फिर 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति चुनाव सम्पन्न हुआ। इस दौरान धनखड़ कहीं सार्वजनिक रूप में नजर नहीं आए थे, जिससे विपक्ष की ओर से लगातार सवाल भी उठाए जा रहे थे।

शपथ समारोह में धनखड़ की मौजूदगी ने उन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया। वे पूर्व राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी के साथ बैठे दिखाई दिए। इस कार्यक्रम में गृहमंत्री अमित शाह, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरियाणा के नायब सिंह सैनी, एमपी के सीएम मोहन यादव सहित कई वरिष्ठ नेता, केंद्रीय मंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उपस्थित रहे।

समारोह के दौरान धनखड़ का गृहमंत्री अमित शाह से नमस्ते हुआ और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई ने भी उनका हालचाल जाना। जब सीपी राधाकृष्णन शपथ ग्रहण के लिए मंच पर पहुंचे तो जगदीप धनखड़ ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया। दोनों के बीच कुछ क्षणों की बातचीत भी हुई।

धनखड़ ने अपने पद से स्वास्थ्य कारणों के चलते इस्तीफा दिया था। अब देश के 15वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले सीपी राधाकृष्णन को 9 सितंबर को हुए चुनाव में कुल 452 वोट मिले, जबकि विपक्षी प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट प्राप्त हुए। इससे पूर्व राधाकृष्णन महाराष्ट्र के राज्यपाल के रूप में कार्यरत थे और उन्हें तमिलनाडु के मोदी के नाम से भी जाना जाता है। वे कोयंबटूर से दो बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं और तमिलनाडु के बीजेपी अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

नये उपराष्ट्रपति के शपथ समारोह में देश के बड़े राजनीतिक और प्रशासनिक चेहरे उपस्थित रहे, जिससे यह आयोजन खास बन गया।इस्तीफे के बाद पहली बार नजर आए जगदीप धनखड़, नए उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन की शपथ में पहुंचे

देश के नए उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने शुक्रवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इस अवसर पर विशेष बात यह रही कि शपथ समारोह में पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी उपस्थित हुए, जो 22 जुलाई को अपने इस्तीफे के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप में नजर आए। उनके अलावा पूर्व राष्ट्रपति वेंकैया नायडू और हामिद अंसारी भी समारोह में शामिल हुए।

धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद यह पद खाली हो गया था और 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति के चुनाव आयोजित हुए। इस्तीफे के बाद विपक्ष ने लगातार सवाल उठाए कि धनखड़ सार्वजनिक रूप में क्यों नहीं दिख रहे हैं। उनकी उपस्थिति ने इन सभी अटकलों और सवालों को विराम दे दिया है। वे समारोह में मेहमानों के तौर पर पहुंचे और पूर्व राष्ट्रपति वेंकैया नायडू एवं हामिद अंसारी के पास बैठे नजर आए।

समारोह के दौरान गृहमंत्री अमित शाह ने धनखड़ से भेंट की और उनका अभिवादन किया, वहीं सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बी. आर. गवई ने भी उनसे हालचाल पूछा। जब राधाकृष्णन शपथ के लिए मंच पर पहुंचे, तो धनखड़ ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया और दोनों में संक्षिप्त वार्ता हुई। धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया था और 22 जुलाई से लेकर अब तक वे किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में नहीं दिखे थे।

शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी समेत अनेक केंद्रीय मंत्री और राज्यों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल व अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हुए। ओडिशा के सीएम मोहन माझी, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, झारखंड के संतोष गंगवार, चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया भी उपस्थित थे।

राधाकृष्णन देश के 15वें उपराष्ट्रपति चुने गए हैं। उन्हें चुनाव में 452 वोट मिले, वहीं विपक्ष के बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट मिले थे। उपराष्ट्रपति बनने से पूर्व वे महाराष्ट्र में राज्यपाल थे, अब महाराष्ट्र का अतिरिक्त प्रभार गुजरात के राज्यपाल को मिला है। तमिलनाडु के मोदी के नाम से प्रसिद्ध राधाकृष्णन लोकसभा चुनावों में कोयंबटूर सीट से दो बार चुनाव जीत चुके हैं और वे प्रदेश अध्यक्ष भी रहे।

यह आयोजन न सिर्फ प्रशासनिक रूप से खास रहा, बल्कि राज्य और केंद्र के कई दिग्गज नेताओं की उपस्थिति ने समारोह को ऐतिहासिक बना दिया।