एयरपोर्ट पर ड्रामे के बाद श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने देश छोड़ा
इतिहास के सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहे श्रीलंका में इस्तीफे का दबाव झेल रहे राजपक्षे ने देश छोड़ दिया है. बीते हफ्ते ही उन्होंने इस्तीफा देने का वादा किया था ताकि सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण हो सके. ऐसा तब हुआ था जब हजारों प्रदर्शनकारी उनके सरकारी आवास में घुस गए और उस पर कब्जा कर लिया.
माना जाता है कि इस्तीफा देने के बाद हिरासत से बचने के लिए उन्होंने देश छोड़ने का विकल्प चुना है. और वह इस्तीफा देने से पहले ही देश छोड़ गए क्योंकि बतौर राष्ट्रपति वह जहां भी जाएंगे, वहां उन्हें राजनयिक सुरक्षा हासिल होगी.
इमिग्रेशन विभाग के अधिकारियों के हवाले से समाचार एजेंसी एएफपी ने लिखा कि बुधवार सुबह राजपक्षे, उनकी पत्नी और एक सुरक्षाकर्मी उन चार सवारियों में से एक थे जो सैन्य विमान एंटोनोव-32 में सवार हुए. अधिकारियों के मुताबिक कोलंबो के मुख्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ा यह विमान पड़ोसी मालदीव की ओर रवाना हुआ. एक अधिकारी ने एएफपी को बताया, "उनके पोसपोर्ट पर मुहर लगाई गई और वह विशेष एयर फोर्स विमान पर सवार हुए."
एयरपोर्ट पर हुई तनातनी
अधिकारियों के मुताबिक, कभी टर्मिनेटर के नाम से जाने जाने वाले 73 वर्षीय राजपक्षे को 24 घंटे तक इमिग्रेशन पर रोक कर रखा गया. वह एक व्यवसायिक विमान से दुबई जाना चाहते थे लेकिन भंडारनायके अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के कर्मचारियों ने वीआईपी सेवाएं देने से इनकार कर दिया और जोर दिया कि सभी यात्री आम जनता के लिए बनाए गए काउंटर से होते हुए जाएं.