खुद भी रोशन होगा-देश को भी रोशन करेगा जम्मू-कश्मीर, पीएम ने जलविद्युत परियोजनाओं का किया ई-उद्घाटन
Will illuminate itself - Jammu and Kashmir will illuminate the country too
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर अगले चार सालों में बिजली क्षेत्र में खुद आत्मनिर्भर होने के साथ देश के दूसरे हिस्सों में भी बिजली सप्लाई करने में सक्षम हो जाएगा। राष्ट्रीय पंचायत दिवस उत्सव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को सांबा की पल्ली पंचायत में किश्तवाड़ में 850 मेगावाट रतले तथा 540 मेगावाट क्वार जलविद्युत परियोजनाओं का ई-उद्घाटन किया।
इन परियोजनाओं को फरवरी 2026 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इन परियोजनाओं के पूरा होने से जम्मू-कश्मीर बिजली क्षेत्र में आधिक्य बन जाएगा। यह दोनों परियोजनाएं का निर्माण सिंधु जल संधि 1960 के तहत किया जा रहा है और सालों से लटकी पड़ी इन परियोजनाओं के शुरू होने से भारत जल संधि के तहत अपने हिस्से के पानी का भी इस्तेमाल कर पाएगा क्याेंकि ये दोनों परियोजनाएं दरिया चिनाब पर बन रही है जो बह कर पाकिस्तान जाता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय विकास तथा पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह व प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह की मौजूदगी में इन दोनों महत्वपूर्ण जलविद्युत परियोजनाओं का ई-उद्घाटन किया। यह दोनों परियोजनाएं नेशनल हायड्रो इलेक्ट्रिक पावर कारपोरेशन (एनएचपीसी) और जम्मू-कश्मीर स्टेट पावर डेवलपमेंट कारपोरेशन लिमिटेड (जेकेएसपीडीसी) की संयुक्त कंपनी ज्वाइंट वेंचर कंपनी (जेवीसी) पूरा करेगी। इस कंपनी में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी एनएचपीसी की है जबकि 49 प्रतिशत हिस्सेदारी जेकेएसपीडीसी की है।