ज्यादा न खाएं पालक वरना किडनी स्टोन का हो जाएंगे शिकार
हरी पत्तेदार सब्जियों में सबसे अधिक फायदेमंद माना जाने वाला पालक बहुत से स्वास्थ्य लाभ दे सकता है. दरअसल पालक में एंटीऑक्सीडेंट्स भरपूर मात्रा में होते हैं. इसके अलावा पालक में सोडियम, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, प्रोटीन और विटामिन जैसे ढ़ेरों खनिज तत्व पाए जाते हैं. पालक को सब्जी, सलाद, जूस, सूप हर तरीके से इस्तेमाल में लाया जा सकता है. ये तो हैं फायदे लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके सेवन से नुकसान भी हो सकता है? ज्यादा पालक खाने से किडनी में स्टोन की समस्या समेत ब्लड का जरूरत से ज्यादा पतला होने जैसी समस्या हो सकती है. पालक में ऑक्सालेट की मात्रा ज्यादा होती है जो हेल्थ को कई तरीकों से नुकसान पहुंचा सकता है.
किडनी में हो सकता है स्टोन
स्टाइल क्रेज के मुताबिक जरूरत से ज्यादा पालक खाने से किडनी में स्टोन का खतरा बढ़ जाता है. यूरिन में ऑक्सालेट की मात्रा बढ़ने से किडनी में स्टोन बनने लगता है. अगर पलक को उबाला जाए तो उसमें उपस्थित ऑक्सालेट की मात्रा कम हो जाती है. अगर पालक को दही या पनीर के कॉम्बिनेशन के साथ खाया जाए तो किडनी में स्टोन होने का खतरा कम रहता है.
ब्लड थिनर के साथ रिएक्शन का खतरा
विटामिन के से भरपूर पालक का जरूरत से ज्यादा सेवन ब्लड थिनर के इफेक्ट को कम कर सकता है. स्ट्रोक के खतरे को देखते हुए ब्लड थिनर दिया जाता है. पालक खाने के जितने फायदे हैं, उतने ही उसके नुकसान भी. जरूरत से ज्यादा पालक खाने से पहरेज करें.
मिनरल अब्जॉर्प्शन कर सकता है कम
पालक में ऑक्सालेट ज्यादा होता है. जो कैल्शियम जैसे जरूरी खनिज के अवशोषण को कम कर सकता है. पालक में कैल्शियम और ऑक्सालेट दोनों ही पाए जाते हैं. इसलिए ज्यादा मात्रा में पालक का सेवन कैलशियम अब्जॉर्प्शन को कम कर सकता है.
गाउट के बढ़ सकते हैं लक्षण
पालक में प्यूरिन नामक केमिकल कंपाउंड होता है, जिसके अधिक सेवन से गाउट की समस्या हो सकती है. अगर आप गाउट की समस्या से जूझ रहे हैं तो इसके बारे में अपने डॉक्टर से जानकारी लें. हालांकि कई बार दवाओं के साथ हरी पत्तेदार सब्जियां खाना सुरक्षित नहीं माना जाता. इसके ज्यादा सेवन से ब्लडप्रेशर, लो ब्लड शुगर हो सकता है. अगर आप ब्लड शुगर या ब्लडप्रेशर की दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो ज्यादा पालक का सेवन ना करें.